प्रयागराज के लोगों के लिए अच्छी खबर है। एयरपोर्ट का आवागमन अब आसान होगा। इस रास्ते को फोरलेन बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने टेंडर कर दिया है। इस महीने के अखिर मे टेंंडर खुलेगा। उसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। निर्माण कार्य वर्ष भर में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। फोरलेन निर्माण के लिए किसानों से जमीन भी खरीदनी है। उसके लिए अभी तक धनराशि नहीं मिली है। शासन से धनराशि मिलते ही जमीनों के अधिग्रहण का काम शुरू हो जाएगा।
इन आंकड़ों पर डालें नजर

- – 295.44 करोड़ में होगा सड़क का निर्माण
- – 23 अक्टूबर को खुलेगा निर्माण का टेंडर
- – 808.94 करोड़ रुपये का कुल बजट
- – 42.6 किलोमीटर की बननी है फोरलेन सड़क।
2019 में सिविल एयरपोर्ट शुरू हुआ था, रास्ता सुगम नहीं
शहर के पश्चिमी छोर पर पहली जनवरी 2019 को सिविल एयरपोर्ट शुरू कर दिया गया था। हालांकि अब तक वहां जाने का रास्ता सुगम नहीं है। विमान यात्रियों को घुमावदार रास्ते से होकर एयरपोर्ट तक जाना होता है। वहां का रास्ता सुगम बनाने के लिए झलवा से सीधा एयरपोर्ट के लिए खाका खींचा गया। उसी रास्ते तो कौशांबी के बौद्ध तीर्थ स्थल के लिए बढ़ाया गया। झलवा से एयरपोर्ट होते हुए कौशांबी के बौद्ध तीर्थ स्थल तक कुल 42.6 किलोमीटर की फोरलेन सड़क बनाने के लिए जुलाई में प्रदेश कैबिनेट से मंजूरी मिल गई थी। शासन से इसके लिए 808.94 करोड़ स्वीकृत हुई थी। चूंकि इस रोड पर आवागमन लगातार बढ़ रहा है।
प्रदेश सरकार ने 20 करोड़ रुपये जारी किया
एयरपोर्ट और अंतराष्ट्रीय पर्यटक स्थल होने के कारण इसके जल्द से जल्द निर्माण की मांग है। इसलिए पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने 20 करोड़ रुपये लोक निर्माण विभाग को जारी भी कर गया। धनराशि जारी होते हुए अधिकारियों ने आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी। 42.6 किलोमीटर की फोरलेन सड़क के लिए अधिकतर धनराशि जमीन के अधिग्रहण पर खर्च होगी। जबकि 295.44 करोड़ से सड़क का निर्माण होगा।
सड़क निर्माण को 23 अक्टूबर का खुलेगा टेंडर
सड़क निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग ने पिछले दिनों टेंडर जारी कर दिया है। 22 अक्टूबर तक टेंडर भरे जाएंगे और 23 अक्टूबर को वह खुलेगा। इसके बनने से प्रयागराज से कौशांबी तक पर्यटन बढ़ेगा और विमान यात्रियों को राहत मिलेगी।
बोले, लोनिवि के अधीक्षण अभियंता
लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एके द्विवेदी कहते हैं कि फोरलेन सड़क निर्माण के लिए 20 करोड़ धनराशि जारी कर दी गई है। इसलिए निर्माण की प्रक्रिया शुरू करते हुए टेंडर जारी किया गया है। इस रोड के लिए जमीन का अधिग्रहण होना है, उसके लिए धनराशि की मांग की गई है। वह धनराशि मिलते ही आगे का काम भी शुरू हो जाएगा।