साल 2020 में आई विद्युत जामवाल की फिल्म खुदा हाफिज का पार्ट 2 आ रहा है, पार्ट 2 के गाने “हक हुसैन” पर मुस्लिम समुदाय ने धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया जिसके बाद फिल्म मेकर ने गाने में बदलाव करने के साथ ही माफी भी मांगी। यह विवाद अभी थमा भी नहीं था डॉक्युमेंट्री फिल्म “काली” पर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लग गया।

2 जुलाई को टोरंटो बेस्ड फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ का पोस्टर सोशल मीडिया पर साझा कर लिखा ‘मेरी डॉक्यूमेंट्री काली को “आगा खान म्यूजियम” में स्थान मिला है तथा इसे “रिदम ऑफ कनाडा” फेस्टिवल में भी दिखाया जाएगा’, लीना द्वारा सांझा किए गए पोस्टर में मां काली के वेश में एक महिला सिगरेट पीते हुए नज़र आती हैं वहीं उनके एक हाथ में LGBTQ समुदाय को इंगित करने वाला झण्डा भी नजर आता है।

यह पोस्टर सोशल मीडिया पर आते ही तेजी से वायरल होने लगा, हिन्दू धर्म के लोगों की ओर से धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए फिल्म को बैन करने के साथ ही फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई को गिरफ्तार करने की मांग की जाने लगी। 3 जुलाई को अरेस्ट लीना मणिमेकलई ट्रेंड करने लगा तो 4 जुलाई को लीना ने अपना पक्ष रखते हुए कहा “मेरे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है इसलिए मैं एक ऐसी आवाज के साथ खड़ी रहना चाहती हूँ जो आखिरी दम तक बिना किसी डर के बोलती हो अगर इसकी कीमत मेरी जान है तो मैं वह भी दे दूंगी”।
4 जुलाई को ही खबर आई कि आपराधिक साजिश, जानबूझकर धार्मिक भावनाएँ आहत करने और शांति भंग करने सहित विभिन्न धाराओं में राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और इस पोस्टर को लेकर कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने भी आपत्ति दर्ज कराई और हिन्दू देवी की अपमानजनक प्रस्तुति को म्यूजियम से हटाने के साथ ही इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने माँग की है।

इस विवाद में हर रोज शिवराज सिंह चौहान, महुआ मोइत्रा, स्वरा भास्कर, नुशरत जहाँ जैसे किसी नए चर्चित किरदार की एंट्री हो रही है और यह मुद्दा किसी नए हैशटैग के साथ लगातार ट्रेंड कर रहा है। बढ़ते हुए विवाद को देखते हुए ट्विटर ने लीना मणिमेकलई के इस विवादित पोस्टर को अपने प्लेटफार्म से हटा लिया है।
