Jevar International Airport का निर्माण कार्य में अब तेजी आने वाली है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है और यह एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट के निर्माण के बाद उत्तर प्रदेश का कई देशों के साथ कनेक्टिविटी बनेगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास कई तरह के फैक्ट्री और कंपनियां स्थापित की जा रही है। इन कंपनियों के स्थापित होने से जेवर में कनेक्टिविटी तो बढ़ेगी ही साथ ही साथ वहां पर रोजगार की संभावनाएं भी काफी ज्यादा बढ़ जाएगी।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) की 13वीं बोर्ड बैठक में डेवलपमेंट प्लान पर मुहर लगा दी गई है. इसकी जानकारी देते हुए यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी सीईओ की ओर से बताया गया है कि जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) का लेआउट प्लान पहले ही पास हो चुका हैं और अब डेवलपमेंट प्लान पर मुहर लग गई है। आपको बता दें कि वाईआईपीएल ने डेवलपमेंट प्लान बनाकर नियाल को सौंपा था। आपको बता दें कि नियाल ने इस डेवलपमेंट प्लान का तकनीकी परीक्षण कराया है।
भारत सरकार की कंपनी इंजीनियरिंग इंडिया लिमिटेड ने इसका तकनीकी परीक्षण किया और जो कमियां थीं, उनको दूर करने के लिए कहा गया और वाईआईपीएल ने उन कमियों को दूर करके डेवलपमेंट प्लान नियाल को सौंप दिया है। यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री के उपस्थिति में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई।टाटा समूह के द्वारा इसका निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जायेगा।